प्रधानमंत्री की अपील पर देशभर में जनता कर्फ्यू का असर देखने को मिला। देश जनता ने जनता कर्फ्यू में हिस्सा लिया और इस कर्फ्यू को सफल बनाया। कोरोना वायरस से लड़ रहे लोगों के समर्थन में जनता ने ठीक शाम 5 बजे तालियां और थालियां बजाईं। वर्ल्ड मीडिया में भी जनता कर्फ्यू का जिक्र देखने को मिला। आइए आपको बताते हैं कि किस विदेशी मीडिया ने जनता कर्फ्यू को लेकर क्या लिखा...
अल जजीरा की हेडलाइन
जनता कर्फ्यू के दिन शहर वीरान हो गए। देश की जनता प्रधानमंत्री की अपील का समर्थन करते हुए सड़कों पर नहीं निकली। नई दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे महानगरों में सड़कें खाली हो गई।
द डॉन की हेडलाइन
पाकिस्तान के अखबार द डॉन ने लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर लाखों भारतीय घरों के अंदर रही। जनता कर्फ्यू स्वैच्छिक था और लोगों के बाहर आने पर प्रतिबंध नहीं था लेकिन मोदी की अपील ने यहां सड़कों से भीड़ गायब कर दी।
द गार्जियन की हेडलाइन
ब्रिटेन के अखबार द गार्जियन ने लिखा कि प्रधानमंत्री की अपील पर 1.3 अरब की जनसंख्या कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए घरों से बाहर नहीं निकली। कर्फ्यू के बाद कई राज्यों ने लंबे समय के लिए लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है।
रशिया टुडे की हेडलाइन
रूसी मीडिया संस्था ने लिखा कि कोरोना से लड़ने और जागरुकता फैलाने के लिए 14 घंटे का स्वैच्छिक कर्फ्यू लगाया गया। कर्फ्यू में लोगों की सोशल आइसोलेशन और क्वारंटीन में रहने की तैयारी को भी परखा गया।
बीबीसी की हेडलाइन
लंदन के मीडिया संस्थान बीबीसी ने लिखा कि देश के एक अरब से ज्यादा लोगों ने रविवार को 14 घंटे के लिए जनता कर्फ्यू का पालन किया। प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर कोरोना वायरस से लड़ाने में सभी लोगों ने सहयोग किया।
यूनाइटेड नेशन का ट्वीट
जनता कर्फ्यू को लेकर यूनाइटेड नेशन ने भी ट्वीट किया। यूनाइटेड नेशन ने ट्वीट कर लिखा कि देश की 1.2 अरब जनसंख्या ने अपने साइलेंट हीरो के लिए आभार प्रकट किया। हम उन कोरोना योद्धाओं को सलाम करते हैं जिन्होंने इस महामारी से लड़ने के लिए मजबूती से खड़े हैं।